ब्रेकिंग – सिवान मे खराब मौसम की वजह से रवि की कई फ़सलों का नुकशान, बेमौसम बारिश से किसानों में मायूसी
पुनीत कुमार मौर्य/एडिटर इन चिफ

सीवान – कल से सीवान जिले में भी बेमौसम बारिश और सर्द वातावरण के बीच पुरवइया हवा के चलने से रबी सीजन की कई फसलों को भारी नुकसान की संभावना बनी हुई है। मौसम में उतार-चढ़ाव की वजह से आम के मंजर पर मधुआ का प्रकोप पहले ही हो गया था। अब बारिश होने और सर्द मौसम होने के बाद मंजर धीरे-धीरे काले पड़ने लगे हैं। इसका असर लीची के मंजर पर भी दिखने लगा है। जिले में कहीं हल्की-फुल्की तो कहीं मध्यम से तेज बारिश हुई है। सीवान शहर के अलावा सदर प्रखंड के विभिन्न इलाकों और बड़हरिया में शनिवार की देर शाम में गरज के साथ मूसलधार बारिश हुई। तो वही रघुनाथपुर व सिसवन प्रखंड में सोमवार के दिन बारिश हुई। जिससे किसानों में मायूसी छाइ हुई है हालांकि, ओलावृष्टि नहीं होने से किसानों ने राहत की सांस ली है। लेकिन, 21 मार्च यानि आज तक मौसम के इसी तरह से बने रहने की संभावना को लेकर किसान चिंतित जरूर हैं। बारिश के बाद सोमवार को किसान खेतों में सरसों की काटकर खड़ी की गई फसल को घर लाने में लगे थे। तब तक रघुनाथपुर सहित क्षेत्र के टारी, भाँटी, नेवारी सहित कई गांवों में सरसों की पकी हुई फसल की फलियों से बारिश के बाद दाने झड़ने लगते हैं। इसे लेकर किसान जल्द से जल्द अपने दरवाजे तक इसे पहुंचाने में लगे हुए हैं। इधर, जिस इलाके में तेज बारिश हुई है, उधर के किसान हवा के चलने पर गेहूं की फसल के गिरने को लेकर आशंकित है। हालांकि, गेहूं की करीब 90 फीसदी फसल पक गई है। मौसम इसके अनुकूल हुआ तो रामनवमी बाद इसकी कटनी शुरू हो जाएगी। कई दिनों से लगातार बादल छाए रहने की वजह से दलहनी फसलों में कीटका लगना प्रारंभ हो गया है। अब कीटों का प्रकोप सब्जियों की फसल पर भी होने लगा है। इधर गोरेयाकोठी मे कल रात जम कर बारिश हुई है. जिससे गेहूं की फ़सल को काफ़ी नुकसान हुआ है. जगह जगह पानी इकट्ठा हो गया है. इसे लेकर किसान सब्जी की फसल पर कीटनाशक का प्रयोग कर रहे हैं। अरहर की फसल में इस साल खूब फलियां लगने से यह झुक गई है। इस बार इसमें बंपर पैदावार की उम्मीद है। किसानों का कहना है कि सप्ताह भर बेहतर मौसम होता तो इसमें कीट लगने की संभावना बिल्कुल नहीं रहती। कुछ किसान तो इस पर कीटनाशक का छिड़काव भी कर रहे हैं। लेकिन, अधिकांश किसान इसके पक्ष में नहीं बिल्कुल दिख रहे हैं, उन्हें प्रकृति पर भरोसा है। सोमवार को पूरे दिन सर्द हवाओं के चलने से लोगों के शरीर पर कपड़ों की संख्या बढ़ी हुई दिखी। ठंडी हवा और बारिश के वज़ह से तापमान में भारी गिरावट दिखी। दोपहर 3 बजे के दिन का अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि रविवार की सुबह का न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस था।

बदलते मौसम के साथ हो रहे बारिश से किसान चिंतित

गुठनी प्रखंड में मार्च माह में बे मौसम शुरू हुई बारिश से किसानों की ललाट पर चिंता की लकीरें खींच गयी है। शनिवार की सुबह अचानक मौसम में बदलाव दिखा और क्षेत्र के कुछ जगहों को छोड़ कर अधिकांश स्थानों पर अच्छी बारिश हुई फिर सोमवार की सुबह से रुक रुक कर कई बार हुई बारिश से किसानों में चिंता बढ़ गयी है। खेत मे गेहूं की अधपकी फसल गिरने शुरू हो गयी है। अनेक किसानों के सरसों की फसल भी अभी खेतों में झड़ने लगी है। मौसम की बेरुखी को देख किसान भयभीत हो गए है कि उनकी गेहूं की फसल को कैसे सुरक्षित घरों तक पहुंचा पाएंगे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here